ढाई आखर प्याज का, सबको रहा रुलाय ||
जब मैं निमित्त बन
माँ के गर्भ से निकल
जन्मदिन मनाओ सखी, मनवा नाचे मोर ||
विष्णु जी बाद आठवें ,कृष्ण हुए अवतार
ब्रज भूमि अवतरित हुए, दिया कंस को मार ||
शिशु वध करने के लिए, भाई बना नृशंस।।
अश्लील छप्परों में, दोपहर काटते हैं !!
!
क्यों है अँधियारा उपवन में?
माधवने माथे धारा था
तब रुक्मिणी औए सत्यभामा से भी
ऊँचा स्थान दे डाला था -
हर वर्ष की तरह
इस बार भी आई है
आप सबको इस
पर्व पर बहुत
बहुत बधाई है
प्रेम रीति तो सिखाइये।
बृज-गोपियों सा त्याग रस
कलिकाल में भी डालिये।।
नाच रहे हैं मोर
करें भेंट वे पंख,
पूरी लिंक्स कृष्ण मय होगीं |जय श्री कृष्ण |
ReplyDeleteआशा
शत की शत शुभकामनायें..सुन्दर सूत्र..
ReplyDeleteब्लाग प्रसारण का 100 वाँ अंक है
ReplyDeleteसतरंगी सूत्रों से भरपूर है
जय श्रीकृष्ण उदघोष सा करता है
आभारी है 'उल्लूक टाईम्स'
राजेन्द्र कुमार जी का
'मैने नहीं पढी़ है क्या आप के पास गीता पडी़ है'
भी दिखता है कहीं पर
हीरों के बीच जैसे कोयला
भी एक कहीं निखरता है !
आपकी बहुत सुंदर प्रस्तुतियों के साथ इस शतकीय संस्करण पर मेरी बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनायें व बधाई......
ReplyDeleteशतकीय प्रस्तुति पर बहुत बहुत बधाई !!
ReplyDelete@ संजय भास्कर
शतकीय अंक पर हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें स्वीकार करें !
ReplyDeleteशुभकामनायें -
ReplyDeleteआप सभी को-
शतकीय अंक पर हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें स्वीकार करें !
ReplyDeleteशतकीय अंक पर हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें बहुत सुन्दर प्रसारण
ReplyDeleteहिंदी ब्लॉग समूह चर्चा-अंकः8
शतक लगाया आपने
ReplyDeleteशुभकामनाएँ हैं आज
उन्नति करो खुश रहो
नित करो नए आगाज
'सरिता' की तरह
अरुण चलते ही रहना
रुकावटें हटाकर
तुम बढ़ते ही रहना
शतकीय अंक पर हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें स्वीकार करें !
ReplyDeleteअच्छे सूत्रों से सजा सुन्दर प्रसारण !!
ReplyDeleteशतकीय अंक पर हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें स्वीकार करें !
ReplyDeletepushpa mehra 29 agast,2013
ReplyDeleteaap ko shatkiya ank prasaran ki hardik badhaaiyan aur shubh kamanayen. aap ne mera sedoka "aaye hain Ghanshyam" ko
appane shatkiye ank prasaran mein sthan diya-prassanta hui. dhanyavaad.
अच्छे सूत्रों से सजा सुन्दर प्रसारण !!शतकीय प्रस्तुति पर बहुत बहुत बधाई !!
ReplyDeleteशतकीय अंक पर हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें, अच्छे सूत्रों से सजा सुन्दर प्रसारण।
ReplyDeleteशतकीय अंक पर हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें स्वीकार करें !
ReplyDeleteशतकीय पारी की बधाई ...
ReplyDeleteशतक में कृष्ण के साथ मैं - वाह
ReplyDeleteब्लाॅग बुलेटिन पर कमेन्ट के अलावा आप, ब्लाॅग बुलेटिन को ट्विटर, फेसबुक, गूगल और अपने मित्रों के ईमेल पते पर शेयर करोगे तो ब्लाॅग बुलेटिन के रचनाकार का उत्साह बढ़ेगा एवं अधिक से अधिक लोग बुलेटिन पढ़ेगे ।
ReplyDeleteमैं यह निवेदन इसलिए कर रहा हॅंू क्योंकि बुलेटिन निर्माणकर्ता आपसे संकोचवश ऐसा न कह पायें । ब्लाॅग बुलेटिन के लिए बधाई ।
वाह अप्रितम शतकीय अंक वाकई ह्रदय स्पर्श कर गया हार्दिक आभार आदरणीय राजेंद्र भाई जी, ब्लॉग प्रसारण का सौभाग्य है कि इसे आप सभी परिश्रमी एवं लग्नशील मित्रों का सहयोग प्राप्त हो सका है. ह्रदयतल से हार्दिक आभार आदरणीय राजेंद्र भाई जी.
ReplyDeleteबधाई स्वीकारे...बहुत सुन्दर लिंक्स..
ReplyDeleteसुंदर
ReplyDeletebahut sunder ank hai, krishnamay ho gaya sansar.
ReplyDeleteshubhkamnayen aise hi kai shatakon ke liye.
सौवीं पोस्ट की बधाई...प्रसारण यूँ ही चलता रहे...शुभकामनाएँ...आभार !!
ReplyDeleteआज शतकीय अंक तक पहुंचने के लिए आपको ढेरों बधाइयां आदरणीय!
ReplyDeleteमुझे भी इस णंक में स्थान देने के लिए आपका बहुत आभार।
सादर
shatak pura huya .. dhero badhayiya .. sundar links sajaya apne .. kahi rochak koi labhprad .. kuchh bhakti bhaw bhare .. :) badhayi
ReplyDeleteबहुत सुन्दर लिंक्स मुझे स्थान देने के लिए आपका बहुत आभार,शुभकामनाएँ
ReplyDeleteशतकीय अंक की बहुत बधाई! मुझे
ReplyDeleteइस अंक में स्थान देने के लिए बहुत आभार!
बेहतरीन शतक में मेरी रचना को स्थान देने के लिए हार्दिक आभार .....
ReplyDeleteशतकीय अंक की ढेरों बधाई !!!
ब्लॉग प्रसारण परिवार को शतकीय अंक की शुभकामनायें.....................
ReplyDeleteमुझे भी इस अंक में सम्मिलित करने हेतु हृदय से आभार............